दोस्तों How To Improve Your Social Skills, जिन लोगों में सोशल स्किल्स की कमी होती है वह अक्सर कौन है मैं खड़े होकर किसी और की पहल का इंतजार करते हैं कि कोई आएगा और हमसे बात करेगा चाहे बात किसी गेट टूगेदर में किसी अनजान इंसान से बात करने की हो या नये ऑफिस या कॉलेज में दोस्त बनाने की अगर आपने सोशल स्किल्स नहीं है तो आप यह नहीं कर पाओगे सोशल स्किल्स आखिर है तो एक स्किल ही और जैसे बाकी के स्किल कम प्रैक्टिस और कुछ आसान ट्रिक से सीख सकते हैं वैसे ही सोशल स्किल्स को भी सीख जा सकता है
How to Improve Your Social Skills for Personal and Professional Success
इस लेखमें मेरे साथ और तक जुड़े रहिए मैं आपको सोशल स्किल्स बनाने के अच्छे तरीके बताने वाला हूं जिसे आप आसानी से लोगों से जुड़ सकते हो दोस्तों बिना किसी दिले के हम डायरेक्ट आते हैं काम की बात पर सबसे पहली बात है
1 DONT TRY TO BE MR PERFECT
मिस्टर परफेक्ट बनने की कोशिश मत करो क्योंकि दुनिया रियल लोगों को पसंद करती है अक्सर लोगों में गलतफहमी रहती है कि अपनी गलतियों को लोगों से छुपा कर रखना चाहिए इसलिए हम परफेक्शन का नकाब और कर दुनिया के सामने जाते हैं लेकिन सच तो यह है कि परफेक्शन एक धोखा है अगर कुछ रियल है तो वह है कमियां जब आप अपने Flaws लोगों के साथ शेयर करते हो तो लोग आपके साथ खुद को रिलेट करपाते हैं
और जिनके साथ हम रिलेट करते हैं उनके लिए हम अट्रैक्टेड फील करते हैं इसे साइकोलॉजी में Pratfall Effect कहते हैं इसे सबसे पहले अमेरिका साइकोलॉजिस्ट Elliot Aronson ने 1966 में की थी उन्होंने यूनिवर्सिटी आफ मिनेसोटा मैं कॉलेज स्टूडेंट्स के ग्रुप को एक्ट्रेस के ऑडिशन tape सुनाएं और उन्हें उनकी अट्रैक्टिव के अकॉर्डिंग रेटिंग देने को कहा यह देखकर हैरान हो गए कि जिन एक्टर्स ने अपना इंटरव्यू उसमें फिल्म मिस्टेक्स जैसे टेबल को काफी गिरना या हाथ से पेन छूट जाने जैसी गलतियां की थी उन्हें स्टूडेंट्स ने ज्यादा अट्रैक्टिव रेट किया
इस एक्सपेरिमेंट को बहुत से लोगों पर रिपीट करके उन्होंने पाया कि लोग परफेक्शन से ज्यादा Flaws से अट्रेक्ट होते हैं क्योंकि गलतियां सबसे होती है और यह जानकर के जो गलती हमने भी कभी की थी वह किसी और से भी हुई है हमें सुकून मिलता है और सामने वाले के साथ हम कंफर्टेबल फील करने लगते हैं शायद इसीलिए आजकल ड्रामा से ज्यादा लोग रियलिटी टीवी शोस पसंद करने लगे अपने फेवरेट स्टार्स को रोते लड़ते और गलतियां करते देखकर हमें लगता है कि यह भी हमारे जैसे ही तो है तो अगली बार जब आप किसी से मिलो तो खुद को एक परफेक्शनिस्ट की तरह मत दिखाओ बालकि अपने किसी कमी के बारे में बात करके देखो
अब यहां पर कई लोग कहेंगे कि हम क्यों किसी को अपनी कमजोरी बताएं इससे तो हमें नुकसान हो जाएगा सही बात है मैं आपसे आपकी कमजोरी बताने के लिए का भी नहीं रहा हूं मैं बात कर रहा हूं छोटी मोटी कमियों की छोटे-मोटे गलतीयों की जैसे अगर आप किसी को यह बता दो कि आपकी हैंडराइटिंग अच्छी नहीं है तो इससे आपको कोई नुकसान नहीं होगा बल्कि अगर सामने वाले की वह हैंडराइटिंग अच्छी नहीं है तो वह आपसे ज्यादा कनेक्ट फुल करेगा
2 DON’T FOLD YOUR ARMS DURING CONVERSATION
अपने हाथों को फोल्ड करके बात मत करो आप सोचोगे की बॉडी पोस्चर से सोशल स्किल का क्या लेना देना लेकिन बॉडी लैंग्वेज एक्सपर्ट्स कहते हैं कि लोग आपको आपके बॉडी पोस्चर से जज करते हैं जैसे जब आप अपने हाथों को फोल्ड करके किसी के सामने खड़े होते हो तो यह शो करता है कि आप उसे कन्वर्जन से ज्यादा बोर हो गए हो याअनकंफरटेबल फोल्ड करके किसी के सामने खड़े होते हो तो यह शो करता है कि आप उसे कन्वर्सेशन से ज्यादा बोर हो गए हो या अनकंफरटेबल फुल करो या फिर आपको इंसान पसंद नहीं है
जब लोग आपको इस pose में देखते हैं तो उन्हें लगता है कि आप अनफ्रेंडली और डिफेंसिव हो याद करोगे ज्यादातर हाथों को फोल्ड करके कब खड़े हो तो या तो किसी लाइन में वेट करते हुए या किसी बोरिंग से भाषण को सुनते हुए क्या आप अपने दोस्तों के साथ बातें करते समय हाथों को फोल्ड करते हो नहीं ना यानी कहीं ना कहीं जवाब कन्वर्सेशन में बोरिंग फील करते हो तब आपके हाथों को फोल्ड करके खड़ा होना कंफर्टेबल लगता है
आपकी बॉडी लैंग्वेज आपके मन का आईना है आपके दिमाग में क्या चल रहा है आपकी बॉडी लैंग्वेज बता देती है और सामने वाला आपकी बॉडी लैंग्वेज के सिग्नल्स को बहुत जल्दी समझ जाता है इसलिए चाहे आपके हाथ फोल्ड करना अच्छा लग रहा हो लेकिन फिर भी आप ऐसा मत करो बल्कि अपने हाथों का इस्तेमाल आप कंसेशन में इंवॉल्व होने के लिए करो तो ज्यादा अच्छा होगा
3 POINT OUT SIMILARITIES WHEREVER YOU GET A CHANCE
जहां भी मौका मिले सिमिलरिटीज को प्वाइंट आउट करो STATE जनरल में छपी एक रिसर्च के मुताबिक लोग तब आपको ज्यादा पसंद करते हैं जब आप में उन्हें कोई सिमिलरिटी नजर आती है जैसे एक जैसे म्यूजिक का टेस्ट कोई सिमिलर हॉबी या फिर एक ही जगह से बिलॉन्ग करना या अपने एक ही ब्रांड के कपड़े पहने हो ऐसी छोटी-छोटी सिमिलरिटीज आपको कुछ सेकंड्स में अजनबी से जाना पहचाना इंसान बना देती है
साइकोलॉजिस्ट के माने तो जब भी हमें सामने वाले में कुछ ऐसा मिलता है जो हमसे सिमिलर हो तो हमें उसमें अपनापन लगने लगता है जैसे अगर हम किसी पॉलिटिकल या सोशल इश्यू पर कोई खास व्यू रखते हैं और सामने वाले ने हमसे कहा कि एक्जेक्टली मेरा भी यही मानना है तो उसे वक्त हमारी सोच को सपोर्ट मिलता है
जिससे हम अपने बारे में और सामने वाले के बारे में पॉजिटिव फुल करने लगते हैं इसे कंसेंशुअल वैलिडेशन कहते हैं इसे ऐसा समझो जैसे किसी ने हमारी सोच पर मोंहर लगा दी हो कि हम सही सोचते हैं तो जब किसी से बात करो और आपको उसमें कोई सिमिलरिटी नजर आए तो तुरंत उसे प्वाइंट आउट करके की यह एक एक्जेक्टली मुझे भी यही पसंद है
COMMUNICATION SKILLS KAISE IMPROVE KARE | SOCIAL SKILLS की TECHNIQUES |
4 SHOW YOUR INTEREST IN THE CONVERSATION
कन्वर्सेशन में अपने दिलचस्पी दिखाओ अक्सर लोगों के पास सुनाने के लिए बहुत कुछ होता है पर सुनने वाला कोई नहीं होता खास तौर से स्मार्टफोन की वर्चुअल दुनिया में को कर लोग रियल कन्वर्सेशन के इंपॉर्टेंस भूल गए दूसरों से बात करते समय भी अक्सर लोगों का ध्यान फोन पर ही रहता है ऐसा आपको बिल्कुल नहीं करना है क्योंकि यह बहुत ही रूड GESTURE जेस्चर होता है कन्वर्सेशन एक TWO WAY प्रक्रिया है इसमें सबसे पहले आपके सामने वाले की बातों को ध्यान से सुनना है और फिर अपनी राय रखती या फिर क्रॉस क्वेश्चनिंग करनी है
हॉवर्ड यूनिवर्सिटी के रिसर्च की माने तो क्रॉस क्वेश्चन करने से सामने वाले को लगता है कि आप उसकी बातों को ध्यान से सुन रहे थे और आपसे बात करें मैं उसका इंटरेस्ट और बढ़ता है इस मेथड का इस्तेमाल फेमस पॉडकास्टेड जो रोगन बिजनेस शो में आए बड़ी-बड़ी हस्तियों का कंफर्टेबल और फ्रेंडली फील करवाने के लिए करते हैं किसी को भी आपसे बात करने में तभी इंटरेस्ट होगा जब आप उनकी बातों में इंटरेस्ट लगे इसलिए सामने वाले की हर बात को ध्यान से सुनो यह न सिर्फ अच्छे मैनर से बल्कि एक अच्छी सोशल स्किल भी है
5 DONT FORGET TO SMILE DURING THE CONVERSATION
बातें करते हुए स्माइल करना मत भूलो, हॉवर्ड बिजनेस स्कूल के रिसर्च में स्टूडेंट्सके ग्रुप पर स्टडी की गई और उन्हें अनजान लोगों से केवल 10 सेकंड के लिए मिलवाया गया फिर पूछा गया कि उन्हें फर्स्ट इंप्रेशन में कौन पसंद आया तो लगभग हर किसी को स्माइलिंग फेस वाले लोग ही पसंद आए यानी एक स्माइल से आपको फर्स्ट इंप्रेशन परफेक्ट हो सकता है वह कहते हैं कि आपकी एक स्माइल न सिर्फ आपका बल्कि दूसरों का भी दिन बन सकती है
जो लोग स्माइल करते रहते हैं लोगों ने ज्यादा पसंद करते हैं अगर साइंटिफिकली देखा जाए तो स्माइल करने से हमारा ब्रायन को सिग्नल मिलता है और वह सेर्राटों नाम के केमिकल रिलीज करता है जो स्ट्रेस को कम करके हमारा मूड बेहतर बना रहा है इस्माइल का असर केवल हमारी बॉडी तक सिमट नहीं रहता बल्कि सामने वाले की बॉडी में भी इसका पॉजिटिव इफेक्ट होता है शायद इसीलिए रिसेप्शनिस्ट परसों के तौर पर वह लोग ज्यादा कामयाब होते हैं जो अपने चेहरे पर स्माइल रखते हैं
मेरे घर के पास में दो बुक शॉप्स है एक बुक शॉप की जो ओनर है वह हमेशा स्माइल करते हैं स्माइल करके वेलकम करते हैं और दूसरे बुक शॉप के ओनर का मुंह हमेशा बना हुआ रहता है वेरी सीरियस तो मैं हमेशा उसे स्माइलिंग ऑनर के पास जाता हूं मुझे वहां अच्छा लगता है उनका स्माइलिंग वेलकम अच्छा लगता है तो किसी से भी बात शुरू करने सेपहले सीरियस चेहरे के बजे एक स्माइल करो
6 REMEMBER THE NAMES OF THE PEOPLE
लोगों के नाम याद रखो हाउ टू विन फ्रेंड्स एंड इनफ्लुएंस पीपल को ऑथर डेल कॉर्निंग और लेट अमेरिकन पॉलिटिशियन JAMES fARLEY जिम वाले से एक बार पूछा था कि लोग उन्हें इतना पसंद क्यों करते हैं तो उन्होंने बताया था कि जिस भी वह मिलते हैं उसका नाम याद रखते हैं और इन फैक्ट उन्हें 50000 लोगों के नाम याद थे यह सच में बहुत इंप्रेसिव है लेकिन लोगों के नाम याद रखना जरूरी क्यों है डेल कॉर्निंग लिखते हैं कि दुनिया के किसी भी लैंग्वेज में इंसान के लिए स्वीटेस्ट साउंड उसका नाम होता है
जब कन्वर्सेशन के दौरान आप किसी को उसके नाम से बुलाते हो तो वह आपको पसंद करने लगता है क्योंकि उसका नाम याद रखकर आप उसे रिस्पेक्ट दे रहे हो और उसे इंपॉर्टेंट भी FEEL करवा रहे हो क्या आपने उसका नाम याद रखा है जो कि ज्यादातर लोग नहीं रख पाते साथ ही जवाब उसे नाम से बुलाते हो तो सामने वाले का पूरा अटेंशन आपकी बातों की तरफ आ जाता है नहीं तो ज्यादातर लोग गया था इधर-उधर या अपने फोन में खोए रहते हैं
इसलिए आपने देखा होगा कि जब भी कोई ब्रांड आपको प्रमोशन ईमेल भेजता है तो डियर कस्टमर लिखने की वजह आपका नाम लिखना है ताकि आपउसे ध्यान से पढ़ो बड़ी-बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी में भी एम्पलाइज को एक दूसरे को उनकी पोस्ट के बजाय नाम से बुलाने का ट्रेडीशन स्टार्ट होता जा रहा है यह सब इसलिए ताकि लोग एक दूसरे से कनेक्ट हो पाए अगली बार जब आप किसी से बातकरो तो उसका नाम कोशिश करो और उसके नाम को कन्वर्सेशन में शामिल करो खास तौर पर गुड बाय बोलते समय उसका नाम लेना मत भूलना
आप देखोगे कि अगली बार वह आपसे मिलेगा तो आपको से बुलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी वह खुद आपसे मिलने आएगा यह तो दुनिया में हर इंसान अलग है लेकिन हम सब में कुछ ना कुछ बेसिक सिमिलरिटीज जरूर होती है जिससे हम एक दूसरे से कनेक्ट हो सकते हैं इन्हीं बेसिक सिमिलरिटीज पर BASED ये 6 तरीके आपको आपकी लाइफ के हर फील्ड में काम आएंगे
इस लेख में बताई गई बातें आपको काम की लगी हो अच्छी लगी हो पसंद आई हूं तो लाइक जरुर करना आपके लाइक करने से मुझे बहुत खुशी होती है और मैं अभी इस लेख को कर देता हूं सुमारीज
1 सबसे पहली बात है कभी भी मिस्टर परफेक्ट बनने की कोशिश मत करो क्योंकि दुनिया परफेक्ट लोगों को नहीं बल्कि रील लोगों को पसंद करती है और रॉबर्ट ग्रीन ने भी अपनी बुक 48 लॉज का पावर में बताया है कि परफेक्ट लोगों के दुश्मन ज्यादा होते हैं लोग पसंद नहीं करते हैं परफेक्ट लोगों को या तो दूर भागते हैं या उनसे जलने लग जाते हैं परफेक्ट बनने की कोशिश कभी भी मत करो परफेक्ट नहीं दिखाओगे फ्लावर्स आपके दिखेंगे तो लोग आपसे कनेक्ट होंगेकी यार यह भी मेरे जैसा ही है यह भी दूसरी दुनिया का इंसान नहीं है मेरे जैसा ही है
2 अपने हाथों को फोल्ड करके बात मत करो देखो बॉडी लैंग्वेज बहुत इंपॉर्टेंट है आपका पोस्ट बहुत इंपॉर्टेंट है लोग आपको उस जज कर लेते हैं
3 जहां भी मौका मिले सिमिलरिटीज को प्वाइंट आउट करो इससे पहले भी मैं यह बात बता चुका हूं कि जब हमारे इंटरेस्ट किसी और के इंटरेस्ट से मिलते हैं तो बातों में एक इंटेंसिटी आती है हम सामने वाले से ज्यादा कनेक्ट फुल करने लग जाते हैं
4 कन्वर्सेशन अपने दिलचस्पी दिखाओ कन्वर्सेशन का मतलब सिर्फ बोलना ही नहीं है सुना एक बहुत बड़ा पार्ट है कंडीशन का तो सामने वाला क्या बोला उसे ध्यान से सुनो जवाब देने के लिए मत सुनो उसको समझने के लिए उसने जवाब समझ जाओ तो फिर आप उसमें से क्वेश्चंस करो इससे लगेगा आप उसकी बात को ध्यान से सुना है और समझा है तभी तो आप क्वेश्चन कर रहे हो
5 इस्माइल करना मत बोलो स्माइल पर करने पर भी पूरी वीडियो है मेरी वह भी दे दूंगा लिंक डिस्क्रिप्शन में क्या हो ए स्माइल कैन चेंज थे एंटीरे कंडीशन स्माइल कितनी जरूरी है स्माइल करने का तरीका क्या होता है यह मैंने उसमें बताएं वह भी देख लेना
6 से किसी से भी बात करते समय उसको उसके नाम से बुलाऊं यह पॉइंट ना अपने हजारों बार सुना होगा और यह इतना इंपोर्टेंट है कि मैं इसको स्किप कर ही नहीं सकता नाम लेना बहुत जरूरी है लोगों का सीरियसली नाम लेने से कन्वर्सेशन का माहौल चेंज हो जाता है तो यह थी वह अच्छी बातें हैं जो आपकी मदद कर सकती हैं आपकी सोशल स्किल्स को नेक्स्ट लेवल पर ले जाने के लिए ।
दोस्तों यह आर्टिकल How To Improve Your Social Skills पढने का बहुत शुक्रिया उम्मीद है आपको यह पसंद आया और इससे नया कुछ सिखने मिला तो दोस्तों यदि यह हिंदी लेख आपको अच्छा लगा तो आप इस लेख को शेयर कर सकते हैं। इसके अतरिक्त आप हमें comment लिखकर जरुर बताएं।
You May Also Like: