How To Control Overthinking In Hindi | 5 Easy Ways to STOP OVERTHINKING

अगर आप भी अपनी ओवरथिंकिंग और ज्यादा सोचने की आदत से परेशान हो तो जो एक अमेजिंग कहानी हम आपको How To Control Overthinking In Hindi इस लेख सुनाने वाले हैं यह आपकी ओवरथिंकिंग और ज्यादा सोचने की प्रॉब्लम को हमेशा हमेशा के लिए दूर कर देगी क्योंकि एक बार की बात है दूर कहीं पहाड़ों में एक बुद्धिस्ट मॉनेस्ट्री के अंदर जैन मास्टर रहते थे। 

How To Control Overthinking In Hindi

How a Japanese Man Solved Overthinking (Genius Strategy) 

एक दिन शहर का एक लड़का अपनी परेशानी लेके जैन मास्टर के पास आया और उसने उनसे कहा मास्टर मेरा दिमाग बहुत ज्यादा परेशान रहता है मेरे दिमाग में हमेशा हजारों ख्याल आते रहते हैं मैं बस चीजों के बारे में सोचता जाता हूं और कुछ नहीं कर पाता मैं अपने इस ओवर थिंकिंग की आदत से बड़ा परेशान हूं प्लीज आप मुझे इसका कोई परमानेंट सलूशन बता दीजिए जैन मास्टर ने कहा बेटा तुम हर दिन मेडिटेशन करना शुरू कर दो और धीरे-धीरे तुम्हारा दिमाग शांत होने लगेगा और ये ओवरथिंकिंग की प्रॉब्लम खत्म हो जाएगी

लेकिन वो लड़का कहता है मास्टर मेडिटेशन मेरे बस की बात नहीं है मैंने शहर में कई लोगों से बात करी डॉक्टर्स को दिखाया सबका यही कहना है कि मेडिटेशन करो सब ठीक हो जाएगा मैंने बहुत ट्राई कर लिया लेकिन ये मेरी ओवरथिंकिंग की प्रॉब्लम का सलूशन नहीं है आप प्लीज मुझे कोई और सलूशन दीजिए कोई मंत्र दीजिए जिससे कि मेरा माइंड शांत हो जाए और मैं ओवरथिंकिंग नाना करूं

जैन मास्टर उसकी बात सुनते रहे और कहा ठीक है बेटा परेशान मत हो मैं तुम्हें एक ऐसा मंत्र देता हूं जिससे तुम ओवरथिंकिंग नहीं करोगे जैन मास्टर ने उस आदमी के कान में एक मंत्र कहा और बोले बेटा हर दिन बैठ के यह मंत्र पढ़ते रहना इससे तुम एकदम शांत फील करोगे यह सुनकर लड़का बहुत खुश हुआ मास्टर को थैंक्स बोल के वो वहां से जाने लगा तभी जैन मास्टर ने उसे बुलाया और कहा सुनो बेटा बस एक बात याद रखना इस मंत्र को पढ़ते हुए बंदर के बारे में मत सोचना वरना यह मंत्र काम नहीं करेगा वो लड़का कंफ्यूज

हो जाता है वो कहता है मास्टर बंदर से मेरा क्या लेना देना भला मैं क्यों बंदर के बारे में सोचूंगा जैन मास्टर कहते हैं हां तो अच्छा है तुम्हारा बंदर से कोई लेना देना नहीं है तुम मत सोचना बंदर के बारे में यह बात सुनकर वो लड़का वापस अपने शहर चला जाता है और जैन मास्टर के दिए हुए मंत्र को पढ़ने बैठता है पढ़ते-पढ़ते उसे जैन मास्टर की वो बात याद आती है बंदर के बारे में मत सोचना वरना यह मंत्र काम नहीं करेगा

इसके बाद उसके दिमाग में बंदर की इमेजेस आने लगती हैं वो बहुत कोशिश करता है और बंदर के थॉट्स को इग्नोर करने का ट्राई करता है लेकिन वो जितना ज्यादा बंदर के बारे में सोचना इग्नोर कर रहा होता है उसे उतना ही ज्यादा बंदर दिखाई देने लगते हैं वो मंदर को जोर-जोर से चिल्लाने लगता है और थोड़ी ही देर बाद उसके दिमाग में बंदर ही बंदर घूम रहे होते हैं वो थोड़ा ब्रेक लेता है और अगले दिन फ्रेश होके प्रैक्टिस करने बैठता है जैसे ही वो आंखें बंद करता है

उसे फिर बंदर दिखाई देने लगते हैं वो धीरे-धीरे पागल होने लगता है उसे रात को सोते हुए दिन में हर जगह बंदर दिख रहे होते हैं वो परेशान होके अगले ही दिन वापस मॉनेस्ट्री में जाता है और जैन मास्टर से मिलता है मास्टर यह कैसा मंत्र दिया है कल तक तो मैंने कभी बंदर के बारे में सोचा भी नहीं था और अब मेरे दिमाग में से बंदर जाने का नाम ही नहीं ले रहे हैं मैं क्या करूं जैन मास्टर मुस्कुराते हुए कहते हैं यह तुम्हारे लिए एक लेसन था

How To Control Overthinking In Hindi

तुम अपनी ओवरथिंकिंग से इतने परेशान हो गए कि उसका सलूशन ढूंढते ढूंढते तुम यहां तक चले आए जबकि सलूशन तुम्हारे खुद के माइंड में ही है तुम अपनी ओवरथिंकिंग से परेशान इसलिए हो क्योंकि तुम हमेशा अपने दिमाग में थॉट्स को आने से रोकना चाह रहे हो जैसे तुम बंदर के थॉट्स को रोकना चाह रहे थे जिसे कर पाना ना मुमकिन है हमारे थॉट्स एक स्प्रिंग की तरह होते हैं तुम जितना इसे सप्रे करने की कोशिश करोगे ये उतना ही

ऊपर जंप करेंगे जब भी तुम खुद को ओवर थिंकिंग करते हुए पाओ तो सबसे पहला काम यह करो कि उन थॉट्स को इग्नोर करने की कोशिश मत करो तुम जितना ओवरथिंकिंग को अवॉइड या इग्नोर करोगे ये तुम्हारे ऊपर उतनी ही ज्यादा हावी होती जाएगी ये बात सुनने के बाद उस लड़के को थोड़ी क्लेरिटी मिलती है वो जैन मास्टर से कहता है ठीक है मास्टर अब से मैं जब भी ओवरथिंकिंग कर रहा हूँगा तो मैं उससे रोकने की कोशिश नहीं करूंगा

अपने थॉट्स से फाइट नहीं करूंगा पर इससे मेरी ओवरथिंकिंग खत्म तो नहीं होगी मुझे एक्चुअली में करना क्या होगा अब आप यह बताओ जन मास्टर कहते हैं तुम मुझे एगजैक्टली बताओ क्या प्रॉब्लम है किस बात को लेकर ओवरथिंकिंग कर रहे हो वो लड़का बताता है मास्टर वैसे तो बहुत सारी चीजें हैं पर अभी अगले न महीने में मेरा एक बहुत इंपॉर्टेंट एग्जाम है जिस परे मेरी पूरी लाइफ डिपेंड करती है अब मैं बस यही सोचता रहता हूं कि उस एग्जाम में क्या होगा कैसे होगा

एग्जाम क्लियर नहीं हुआ तो क्या होगा अगर हो गया तो उसके बाद क्या सब अच्छा होगा या मुझे किसी और चीज पर फोकस करना चाहिए ऐसे बहुत से ख्याल मेरे दिमाग में हमेशा रहते हैं ये बात सुनते हुए जैन मास्टर कहते हैं देखो वो उस लड़के को पास में मौजूद चेरी ब्लसम पेड़ की तरफ इशारा करके एक गिरते हुए पत्ते को दिखाते हैं उस आदमी की आंखें उस पत्ते को हवा में बहते हुए देख रही होती है

कोई प्रेशर नहीं जहां हवा ले जा रही है वो पत्ता वहीं चलता जाता है और उस लड़के के पैरों के पास आ गिरता है नाउ जैन मास्टर कहते हैं अब बताओ कहां है थॉट्स ये बात सुनकर उस लड़के को रियलाइफ को देख रहा था उसके दिमाग से सारे थॉट्स जा चुके थे ना कोई प्रेशर था ना कोई स्ट्रेस इनफैक्ट दिमाग में कोई थॉट ही नहीं था एकदम खाली जैसा वह हमेशा से चाहता था मास्टर यह कैसे हुआ मैंने अभी जो कुछ सेकंड्स के लिए फील करा

मैं ऐसे ही रहना चाहता हूं मेरा दिमाग एकदम शांत हो गया था जैन मास्टर कहते हैं ओवरथिंकिंग में तुम क्या कर रहे होते हो तुम अपना सारा टाइम अपने दिमाग के अंदर स्पेंड कर रहे होते हो अपने थॉट्स और विचारों से लड़ रहे होते हो उसमें इंडल्स होने में अच्छी बुरी सारी बातें अपने दिमाग में बार-बार रिपीट करने में तुम भूल जाते हो कि तुम्हारे बाहर भी एक दुनिया है एक लाइफ है जो पास्ट और फ्यूचर से हट के है वो लाइफ है

तुम्हारे प्रेजेंट मोमेंट की तुम्हारा जितना भी स्ट्रेस है एंजाइटी है ओवरथिंकिंग है ये सब कुछ पास्ट या फ्यूचर में एजिस्ट करता है और तुम्हारे प्रेजेंट मोमेंट में ही पीस है तुमने जो अभी एक्सपीरियंस करा उसे माइंडफुल कहा जाता है जहां तुम अपना सारा अटेंशन प्रेजेंट पे ले आते हो और पीस फील कर पाते हो ये सुनकर वो लड़का जैन मास्टर से कहता है मास्टर मैं और ज्यादा माइंडफुल होना चाहता हूं पर अपनी ये डेली की बिजी लाइफ में कैसे माइंडफुल हो सकता हूं

इस परे जैन मास्टर रिप्लाई करते हैं जब तुम खाना खाओ तो सिर्फ खाना खाओ जब तुम चलो तो सिर्फ चलो वह लड़का कहता है पर मास्टर मैं यह काम तो रोज करता हूं जैन मास्टर स्माइल करते हैं और कहते हैं नहीं जब तुम खा रहे होते हो तो कुछ सोच रहे होते हो जब तुम चल रहे होते हो तो तुम्हारे दिमाग में भी कई चीजें चल रही होती हैं जब तुम अपनी डेली लाइफ के इन छोटे-मोटे मोमेंट्स में प्रेजेंट में रहना सीख जाओगे

तो माइंडफुल तुम्हारी लाइफ का एक पार्ट बन जाएगा अब तुम वापस अपने घर जाओ और मैंने तुम्हें जो बताया है इसे 21 दिन तक प्रैक्टिस करो अपने माइंड को प्रिपेयर करो और 22वें दिन मुझसे वापस आके मिलो जहां मैं तुम्हें एक आखिरी लेसन दूंगा जो तुम्हारी ओवरथिंकिंग को जड़ से खत्म कर देगा यह सुनकर वो लड़का वहां से चला जाता है और 21 दिन तक अपनी डेली लाइफ की एक्टिविटीज में माइंडफुल प्रैक्टिस करता है

उसकी ओवर थिंकिंग कम तो हो गई होती है लेकिन अभी भी वो खुद को परेशान ही पाता है कुछ थॉट्स ऐसे होते हैं जो बार-बार ट्रिगर होते जाते हैं जिन्हें वो कितना भी चाहे अवॉइड या इग्नोर नहीं कर पाता जिसके बाद वो वापस जैन मास्टर से मिलने जाता है और अपनी पूरी सिचुएशन मास्टर को बताता है जैन मास्टर कहते हैं आओ मेरे साथ चलो और यह बकेट उठा लो जैन मास्टर उसे एक नदी के पास लेकर जाते हैं

और उस लड़के को इस बहती नदी से इस बकेट में पानी भरने को कहते हैं वो लड़का पानी भरता है और कहता है अब क्या मास्टर जैन मास्टर कहते हैं अब मैं चाहता हूं कि तुम इस बाल्टी में पानी को देख के इस नदी को समझने की कोशिश करो और जब समझ जाओ तो मुझे बताना कि तुम्हें क्या मिला वो लड़का पानी को काफी देर तक घूरता है इस पानी को नदी से कनेक्ट करने की हर तरह से कोशिश करता है सोचता है कि मास्टर उसे क्या सम जाना चाह रहे हैं

बहुत सोचने समझने के बाद वो एक नतीजे पे आता है और जैन मास्टर से कहता है यह नदी एक बहते हुए पानी की लहर है जो कहीं ना कहीं जाके मिलती है पर क्योंकि बकेट में जो पानी है व इस लहर का पार्ट नहीं है तो यह नदी से भी अलग हो चुका है जैन मास्टर जोर से हंसते हैं और कहते हैं वाह क्या दिमाग लगाया पर इसका कोई पॉइंट नहीं था मैं तुम्हें यह सिखाना चाह रहा हूं कि तुम कभी भी बाल्टी में लिए पानी से पूरी नदी को नहीं समझ सकते

नदी को समझने के लिए तुम्हें इस बहती नदी को एक्सपीरियंस करना होगा तुम तुम्हारी पूरी लाइफ इस एक नदी की तरह है और तुम एक बाल्टी में पानी भर के जो है तुम्हारे थॉट्स उस पूरी नदी को समझने की कोशिश करने में लगे हुए हो जो है तुम्हारी लाइफ लाइफ को समझने के लिए तुम्हें लाइफ को एक्सपीरियंस करना होगा तुम्हारी ये थॉट्स तुम्हारी लाइफ नहीं है तुम जीते हो अपने एक्शन से हर दिन उठकर तुम पूरा दिन क्या काम करते हो

इस बात पे तुम्हारी लाइफ डिपेंड करती है ना कि इस बात पे कि हर दिन उठकर तुम पूरा दिन क्या सोचते हो इसीलिए अपने थॉट्स और विचारों को इतनी ज्यादा इंपॉर्टेंस देना बंद करो अब ज तक मैंने तुम्हें जो कुछ भी सिखाया उसे समरी बना दिया जाए तो ऐसे समझो जब भी तुम ओवरथिंकिंग कर रहे हो तो बस ये तीन काम करो सबसे पहले तो अपने थॉट्स और विचारों से लड़ो मत उन्हें एक्सेप्ट करो उन्हें अवॉइड करने की कोशिश मत करो जो थॉट्स आ रहे हैं उन्हें आने दो

दूसरा अपने दिमाग से बाहर आ जाओ इमीडिएट अपना फोकस प्रेजेंट मोमेंट पे लेके आओ अपने आसपास देखो क्या हो रहा है तुम क्या कर रहे हो माइंडफुल हो जाओ लास्ट अब एक जगह शांति से बैठो एक पेन पेपर निकालो और खुद से कहो ओके अब ये जो भी चीज है जो भी प्रॉब्लम है जिस वजह से मैं ओवरथिंक कर रहा हूं इसे मैं अच्छे से सॉल्व करता हूं उस पेपर पे एकदम क्लेरिटी के साथ एक-एक चीज लिखो जो चीज इतनी ओवरथिंकिंग पैदा कर रही है

क्या यह एक ऐसी प्रॉब्लम है जिसे मैं सॉल्व कर सकता हूं जो मेरे कंट्रोल में है अगर हां तो उसका बेस्ट पॉसिबल सलूशन क्या है ये सब एक पेपर पर लिखो अगर वो तुम्हारे कंट्रोल में है तो उसे सॉल्व करो अगर वो तुम्हारे कंट्रोल में नहीं है तो उसके बारे में एक सेकंड भी मत सोचो और सोचो कि इसका मतलब ये थॉट्स भी मेरे किसी काम की नहीं जब तुम अपने माइंड को ऐसी क्लेरिटी दे दोगे तो तुम अपनी ओवरथिंकिंग को एकदम जड़ से खत्म करना सीख जाओगे

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दोस्तों यह आर्टिकल How To Control Overthinking In Hindi पढने का बहुत शुक्रिया उम्मीद है आपको यह पसंद आया और इससे नया कुछ सिखने मिला तो दोस्तों यदि यह हिंदी लेख आपको अच्छा लगा तो आप इस लेख को शेयर कर सकते हैं। इसके अतरिक्त आप हमें comment लिखकर जरुर बताएं। 

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