Life Changing Motivation Speech In Hindi 

Powerful Motivation Speech In Hindi – अभी आपकी उम्र 14 से 30 साल के बीच है और अगर आपने यह लेख जल्द से जल्द समय रहते नहीं पढ़ा तो आप आने वाले कुछ सालों में गारंटीड पछताने वाले हो क्योंकि सबसे बड़ी गलती है कि आपको लगता है कि आपके पास टाइम है इसलिए यह लेख आपके लिए एक वेक अप कॉल की तरह होने वाला है जी झूठी नींद में आप सोए हुए हो उसे उठाने के लिए जहां हो सकता है कि आपको कुछ बातें शायद थोड़ी कड़वी भी लगे लेकिन यह बातें आपको बाकी के 99% नॉर्मल एवरेज और mediocre लोगों से अलग बनायेंगी। 

Motivation Speech In Hindi

क्योंकि अगर आपने यह अच्छे से समझ लिया कि अभी यह जो 14 से 30 साल की यंग एज है यह आपके गोल्डन इयर्स की है क्योंकि अभी आपके बाल काले हैं, चेहरा और सोच जवान है, आंखों में बड़े सपने हैं शरीर में बहुत ज्यादा एनर्जी है जितनी शायद फिर कभी पूरी जिंदगी में नहीं होगी। 

                                    Best Motivation Speech In Hindi 

तभी तो स्वामी विवेकानंदजी ने भी यह कहा था की जवानी जिंदगी का सबसे बेस्ट और इंपॉर्टेंट समय है इस टाइम में आप जो काम करते हो वही यह डिसाइड करता है कि आपके आगे आने वाले साल कैसे होंगे लेकिन अगर आप अभी इस उम्र में अपने कंफर्ट जोन में फंसे रहोगे अपने टाइम एनर्जी लर्निंग पावर और पोटेंशियल को युहीं वेस्ट कर दोगे फोन में या किसी और फालतू की चीजों में तो यह आप अपने साथ अपनी एक ही बार मिलने वाली लाइफ के साथ और अपने पेरेंट्स के साथ बहुत गलत करोगे। 

देखो हमारा यहां गोल आपकी कमियां गिनवाना नहीं है बल्कि हमारा गोल तो यह के हम आपके साथ आपके लिए एक बेहतर जिंदगी बनाने में और उसे अचीव करने में आपकी मदद करें वह जिंदगी जो जिंदगी आप जीना डिजर्व करते हो जिसके लिए आप पैदा हुए हो आप अपने फोन में घुसे रहने के लिए अपने सपनों के लिए एक्शंस न लेने के लिए अपने कंफर्टजॉन में ही बैठे रहने के लिए तो पैदा नहीं हुए हो। 

शायद आपको अभी ऐसा लग रहा है ओके अभी उतना समय नहीं बिता अभी तो मेरे पास टाइम है चीज करने के लिए मैं आगे चलकर कर लूंगा वैसे भी अभी मुझे समझ नहीं आ रहा कि अभी मैं क्या करूं तो हम यहां यही कहेंगे कि कुछ मत समझो कुछ सोचने समझने की जरूरत नहीं है कुछ समय और रुक जाओ क्योंकि यह जो जिंदगी है ना वह आपको अपने आप समझा देगी क्योंकि यही से गलत फहमी बाकी के 99% लोगों को भी होती है। 

कि उनके पास अभी टाइम है अभी देर नहीं हुई है और वह इसलिए क्योंकि जैसा हम अभी आपको बता रहे हैं वैसा आपके पास हमेशा हर कोई नहीं होता जो यह याद दिलाता है कि आप लाइफ में जो सक्सेस का प्लान सोच कर बैठे हो वह उतना सीधा आसानी से और जल्द ही आपको मंजिल तक असल में नहीं पहुंचता बल्कि यह आपके प्लेन से बिल्कुल अलग होता है और आपके सोचे हुए टाइम सेकई गुना ज्यादा टाइम और साल लेता है। 

और यह बात हम यूं ही नहीं बोल रहे बल्कि अपने खुद के पर्सनल एक्सपीरियंस से बोल रहे हैं इसीलिए अगर आज से आप फुल पावर में एक्शंस लेना स्टार्ट नहीं करोगे तो आगे आने वाले कुछ सालों में आप यह सोचोगे कि काश कुछ साल पहले मैंने स्टार्ट कर लिया होता है इतनी मेहनत करना तो आज मैं उसे पोजीशन में होता जहां में होना चाहता था आप तो आगे के साथ मेरी धीरे-धीरे एनर्जी और वह इनर फायर भी कम होती जा रही है। 

जिंदगी में पेशंस यानी धैर्य रखना अच्छी बात है लेकिन इतना भी पेशंस सही नहीं है जो आगे चलकर आपकी लाइफ को वैसा बना दे जो आप कभी जीना ही नहीं चाहते थे और वैसे भी अगर आप जो सक्सेस अगले कुछ सालों में इंजॉय कर सकते हो तो बेकार में उसे पाने के लिए कई साल क्यों लगना।

Motivation Speech In Hindi

एवं एलॉन मुस्क भी कहते हैं पेशेंस रखना बंद करो और अपने आप से पूछना शुरू करो कि मैं अपने 10 सालके प्लान को 6 महीने में कैसे पूरा कर सकता हूं पर आप खुद से और दुसरो से हमेशा यही कहते हो, आपको नहीं पता कि मेरी लाइफ में कितनी प्रॉब्लम्स है क्या सिचुएशन है आपको क्या पता मैं ही जानता हूं मेरी सिचुएशन मैं पढ़ नहीं पता क्योंकि मेरा एनवायरमेंट सही नहीं है मैं अपने सपनों को फॉलो नहीं कर सकता,

क्योंकि मेरे पास मेरे पेरेंट्स का सपोर्ट नहीं है, मैं जब नहीं कर पा रहा क्योंकि हर जगह इंग्लिश जरूरी है और जब भी काम है सब सिर्फ एक्सपीरियंस लोगों को ही रखना चाहते हैं मैं गलत आदतों में फंसा हुआ हूं सिर्फ और सिर्फ अपने दोस्तों की वजह से मैं बिजनेस नहीं कर पा रहा क्योंकि मेरे पास पैसे नहीं है फंडिंग नहीं है और जब सब कुछ सही होगा तब स्टार्ट करूंगा ,मेरा इस कॉलेज में एडमिशन नहीं हो पाया क्योंकि एजुकेशन सिस्टम खराब है। 

मैं आज ऐसा हूं क्योंकि मैं गलत घर में पैदा हुआ मेरी किस्मत ही खराब है एक्स्ट्रा सबसे आसान होता है अपनी लाइफ की प्रॉब्लम्स को किसी दूसरथोपना मगर फिर भी किसी और पर अपनी प्रॉब्लम्स का ब्लेम थोपने से वह सॉल्व नहीं हो जाएंगे,  रहेंगे वह हमेशा आपकी प्रोब्लेम्स जिन्हें आज नहीं तो कल आपको सॉल्व करना पड़ेगा अगर नहीं करोगे और बस शिकायत करते रहोगे तो लोग आपको सुन भी लेंगे आपको थोड़ी बहुत तसल्ली भी दे देंगे कहेंगे सब ठीक हो जाएगा और फिर भूल जाएंगे। 

पर कुछ भी ठीक तब तक नहीं होगा जब तक आप खुद ठीक नहीं करोगे विल ऐसा नहीं है कि हम समझते नहीं है आपकी प्रोब्लेम्स और सिचुएशंस को लेकिन हम यह भी समझते हैं कि प्रॉब्लम्स पर फोकस करना प्रॉब्लम्स का सॉल्यूशन नहीं है आपकी लाइफ में शायद जेनुइन प्रॉब्लम्स है और सिचुएशंस भी शायद सच में बहुत टफ है लेकिन अभी या तो आप अपनी प्रॉब्लम्स और सिचुएशन पर फोकस कर सकते हो या इस पर फोकस ना करते हुए 10 गुना ज्यादा एक्शंस ले सकते हो इन्हीं प्रॉब्लम्स और सिचुएशन से जल्द से जल्द बाहर निकालने के लिए। 

क्योंकि जितने रिस्क आप अभी इस उम्र में ले सकते हो उतने रिस्क आप अभी शादी होने के बाद बच्चे होने के बाद या जब आप पर रिस्पांसिबिलिटी बढ़ जाएगी और आपकी उम्र हो जाएगी तब आप नहीं ले पाओगे इस टाइम आप अपने सपनों के लिए और अपनी लाइफ के परपस के लिए को रिस्क न लेकर आप अभी अपने कंफर्ट जोन में रहकर अपनी लाइफ का सबसे बड़ा रिस्क ले रहे हो। 

आप रिस्क लेने से यह मतलब नहीं है कि आप सिर्फ रिस्क लेने के लिए कुछ भी रिस्क ले लो बल्कि आपको सोच समझकर अपने सपनों के लिए कैलकुलेटर रिस्क लेने हैं हर एक रिस्क आपसे आपका टाइम और एनर्जी मांगता है जिन दोनों की अभी आपके पास कोई कमी नहीं है आप बस उन्हें गलत जगह इन्वेस्ट कर रहे हो अभी यह गलती है। 

लेकिन ऐसा क्यों है क्या आप भी बाकियों के तरह डरते हो कि कहीं आप फेल न हो जाओ कहीं यह रिस्क उल्टा ना पड़ जाए और इसी में कहीं आपका टाइम और एनर्जी बर्बाद ना हो जाए, गलत आपका डर यह नहीं है क्या आपका टाइम और एनर्जी बर्बाद हो जाएगी वह तो वैसे भी रोज हो ही रहा है सच तो यह की अधिकतर लोग इस बात से ज्यादा डरते हैं कि अगर वह फेल हो गए तो बाकी के लोग क्या कहेंगे। 

आपके पैरेंट्स आपको रखेंगे आपके दोस्त आपका मजाक उड़ाएंगे कोई आपका सपोर्ट नहीं करेगा अगर आप इन लोगों की सोच के चक्कर में फंस के रह गए तो जिंदगी के दलदल में फसतें ही जाओगे और जब एक बार उम्र निकल जाएगी तब आप चाह कर भी इस दलदल से बाहर नहीं निकल पाओगे। 

आपको 3 ईडियट्स मूवी का यह सीन तो याद ही होगा फरहान यह बोलता है अब्बा नहीं मानेंगे याद है इस पर रैंचो क्या कहता है आज डर मत फरहान नहीं तो 50 साल बाद जब तू बुड्ढा होकर ऐसे किसी अस्पताल में पड़ा होगा और मरने का इंतजार कर रहा होगा तब सोचेगा कि लेटर हाथ में था टैक्सी गेट पर थी जरा सी हिम्मत कर लेता ना तो सारी जिंदगी कुछ और हो सकती थी। 

दोस्तों रिस्क ईटों की तरह है जिनका इस्तेमाल करके या तो आप अपने और अपने सपनों के बीच एक दीवार खड़ी कर सकते हो या फिर इन्हीं ईंटो का use करके एक ब्रिज बना सकते हो जिस पर चलकर आप अपने सपनों तक पहुंच सकते हो इसलिए टाइम वेस्ट करना बंद कर दो कि अगर मैं गलती से फेल हो गया तो लोग क्या सोचेंगे क्योंकि यही सब लोग एक दिन ऊपर चले जाएंगे। 

और वैसे भी वह क्या खुद इतनी परफेक्ट हैं जो आप उनके बारे में सोच रहे हो यह टाइम है अपने आप को एक्सपोर्ट करने का अपने सपनों को चेंज करने का उसे काम को करने का जो दिल से करना चाहते हो इसके लिए आप बने हो जिसके लिए आपको मोटिवेशन की जरूरत नहीं है मगर फिर भी प्रजेंट में आज आप उसे पर एक दिन का लेबल लगा रहे हो कि एक दिन में यह काम करूंगा, एक दिन में वह काम करूंगा, आप जितना ऐसे डालते जाओगे यह इतने दिन दूर होता जाएगा। 

इसलिए जो करना है अभी करो और आज करो कल पर कुछ मत छोड़ो सोचने के लिए इंजॉय करने के लिए और आराम करने के लिए पूरी जिंदगी पड़ी है इन गोल्डन एयर में जितना हो सके उतने एक्शंस को काम करो देखो हमें नहीं कह रहे कि सब कुछ छोड़-छाड़ के और भूल के सिर्फ और सिर्फ काम करो नहीं बल्कि आप बाकी की चीजों को भी साथ में लेकर चलो अपने दोस्तों, अपनी फैमिली, अपने गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड सबके साथ इस उमर को स्पेंड करो। 

लेकिन 16 घंटे में से कम से कम 8 घंटे अपनी ग्रोथ और सक्सेस को भी दो सिवाय सिर्फ अपना टाइम वेस्ट करने के क्योंकि जब यह उम्र बदलने लगेगी रिस्पांसिबिलिटी आने लगेगी जब यह गोल्डन टाइम खत्म होने लगेगा तब क्या करोगे क्योंकि आप चाहो या ना चाहे यह टाइम खत्म तो होना ही है और यह बात हमें बताने की जरूरत नहीं है कि आगे जाकर लाइफ मुश्किल होने वाली है या आसान आप अपने आसपास के लोगों को देखकर जान ही सकते हो। 

देखो लाइफ के सर्कल में आप कुछ भी कर लो एक फेस ऐसा जरूर होगा जिसमें आपको ना चाहते भी हार्ड वर्क ना चाहते भी हार्ड वर्क और मेहनत करनी पड़ेगी कुछ लोग जवानी में यह मेहनत करके आगे चलकर आराम से जीते हैं कुछ लोग आज मजे मार के तब मेहनत करते हैं जब उम्र बीत जाती है और शरीर में जान नहीं होती। 

इसीलिए आज मेहनत कर लो वरना आगे जाकर जब लाइफ अपनी मर्जी से मेहनत करवाई कि जब वह काम करना होगा जो आपको बिल्कुल भी पसंद नहीं है आपको वह जबरदस्ती बिना मर्जी के करना होगा तब वह आपकी चॉइस नहीं मजबूरी होगी, जिसमें ज्यादा दर्द आपको सहना पड़ेगा वहीं अगर आपने इस गोल्डन एज की वैल्यू समझ ली। 

और अगले 8 से 10 साल की तोड़ मेहनत करके अपने आप को इस पोजीशन में लाकर खड़ा कर दिया जिससे आने वाले 50 साल सुकून से गुजारोगे तो 20 -30 साल बाद जब रात के अंधेरे में आप अपने घर की छत पर खड़े होकर आसमान को देख रहे होंगे जब आपकी आंखें खुशी से नम हो जाएंगे आपको अपनी मेहनत पर अपने आप पर कितना प्राउड फील होगा उस टाइम आप मन ही मन अपने यंगर सेल्फ को सिर्फ यह दो शब्द कहोगे थैंक यू।

 

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